It's about my Notes on Gita.
अत्र शूरा महेष्वासा भीमार्जुनसमा युधि।।
(अध्याय १, श्लोक ४)
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युधामन्युश्च -- युधामन्युश्च विक्रान्त उत्तमौजाश्च वीर्यवान्। सौभद्रो द्रौपदेयाश्च सर्व एव महारथाः।।६।। ***
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