It's about my Notes on Gita.
आचार्यमुपसङ्गम्य राजा वचनमब्रवीत्।।
अध्याय 1, श्लोक 2,
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युधामन्युश्च -- युधामन्युश्च विक्रान्त उत्तमौजाश्च वीर्यवान्। सौभद्रो द्रौपदेयाश्च सर्व एव महारथाः।।६।। ***
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